एक पिता ने जिंदा बेटी की तेरहवीं कर दी। उसने मुंडन करवाया और शोक पत्रिका छपवाकर लोगों को मृत्यु भोज के लिए आमंत्रित किया। पिता ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसकी बेटी ने गैर जाति के लड़के से कोर्ट मैरिज कर ली थी। लेकिन, हैरानी की बात यह है कि जब बेटी माता के सामने पहुंची तो उसने उन्हें पहचानने से इनकार कर दिया। इससे आहत होकर पिता ने यह कदम उठाया।
जानकारी के अनुसार उदयपुर के सायरा इलाके में रहने वाली 19 साल की युवती 10 मार्च को अपने घर से लापता हो गई। परिजनों ने उसे तलाश किया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद उन्होंने थाने में बेटी के लातपा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने युवती को तलाश किया तब वो गांव के ही एक युवक से शादी कर चुकी थी। पुलिस ने दोनों को थाने में हाजिर होने के निर्देश दिए। बीती 14 अप्रैल को युवक युवती को लेकर थाने आया। युवती के माता-पिता को भी थाने बुलाया गया। इस दौरान युवती ने अपने माता-पिता को पहचानने से से इनकार कर दिया और अपने पति के साथ ही रहने की बात कही। इससे माता-पिता आहत हो गए। इसके बाद युवती अपने पति के साथ सूरत वापस लौट गई, और उसके माता पिता ने उसे अपने लिए मरा मान लिया।
युवती के नहीं पहचानने और गैर जाति के लड़के से शादी करने पर उसके माता-पिता और परिजनों ने उसे मरा घोषित कर दिया। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिता ने कहा कि बेटी ने हमें पहचानने से इनकार कर दिया तो वो हमारे मर गई। उसकी इस हरकत से पूरा परिवार दुखी है और सब टूट चुके हैं। हमने उसे मरा मान लिया है। शोक संदेश छपवाकर उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने मुंडन करवाया और शोक संदेश रिश्तेदारों, गांव और समाज के लोगों में बांटकर मृत्यु भोज भी करवा दिया।