कहीं आपको हार्ट अटैक का खतरा तो नहीं? घर पर ही पांच मिनट में लगा सकेंगे पता

by Kakajee News

हार्ट अटैक के कारण दुनियाभर में हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। कोरोना महामारी के बाद से कम उम्र के लोगों में भी इसका जोखिम बढ़ता हुआ देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, जिन लोगों को पहले से हार्ट की समस्या रही है, ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल बढ़ा रहता है उनमें हार्ट अटैक का जोखिम अधिक हो सकता है। यह आपातकालीन स्थिति है, जिसमें रोगी को तुरंत चिकित्सा की आवश्यकता होती है।

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हार्ट अटैक अचानक से होने वाली समस्या है, इससे बचाव के लिए जरूरी है कि ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के साथ निरंतर हृदय स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाए।

क्या कोई ऐसा तरीका है जिससे पहले से ही जाना जा सके कि कहीं आपको हार्ट अटैक का खतरा तो नहीं है? इसी से संबंधित एक अध्ययन में स्वीडिश विशेषज्ञों ने बड़ी राहत की जानकारी दी है। स्वीडिश अध्ययन के अनुसार, एक नया घरेलू टेस्ट केवल पांच मिनट में संभावित दिल के दौरे के जोखिम का पता लगा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ये काफी सटीक है और इसकी मदद से हर साल लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है।

हार्ट अटैक का पता लगाने वाला टेस्ट
वैज्ञानिकों ने बताया कि ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित किट (डीआईवाई टेस्ट किट) है जिसमें प्रश्नावली सेट की गई है जो डॉक्टर की जांच के समान सटीकता के साथ हार्ट अटैक के जोखिम वाले लोगों की पहचान कर सकती है। शोध के अनुसार, ये जांच ब्लड टेस्ट और ब्लड प्रेशर के समान सटीकता से हार्ट अटैक के जोखिमों का पता लगाने में मददगार हो सकती है।

डीआईवाई टेस्ट से लगा सकते हैं पता
शोधकर्ता लिखते हैं, दिल का दौरा अक्सर अचानक से पड़ता है। हार्ट अटैक वाले कई लोग स्वस्थ और लक्षणहीन भी होते हैं, लेकिन जांच में पता चलता है कि उनकी कोरोनरी धमनियों में वसा जमा हो गया है, जिसे एथेरोस्क्लेरोसिस के रूप में जाना जाता है। इस टेस्ट को डीआईवाई नाम दिया गया है। इसमें 14 प्रश्न शामिल हैं जो आपकी आयु, लिंग, वजन, पेट की चर्बी, आप धूम्रपान करते हैं या नहीं, रक्तचाप के स्तर, हृदय रोगों का पारिवारिक इतिहास, ब्लड फैट और ब्लड शुगर से संबंधित है।

AI-आधारित एल्गोरिदम का होता है इस्तेमाल
विशेषज्ञों ने बताया ये AI-आधारित एल्गोरिदम प्रतिक्रियाओं पर आधारित है जो सभी सवालों के जबाव का आकलन करके उच्च जोखिम वाले लोगों में हार्ट अटैक के खतरे का पता लगा सकता है। अगर हम व्यापक रूप से लोगों को ये टेस्ट किट उपलब्ध करा सकें, तो यह हार्ट अटैक के जोखिम वालों की पहचान करने और उनकी जान बचाने में मददगार साबित हो सकता है।
प्रोफेसर बर्गस्ट्रॉम कहते हैं, हम जल्द ही संयुक्त राज्य अमेरिका में भी इसका परीक्षण करने जा रहे हैं ताकि यह मूल्यांकन किया जा सके कि परीक्षण विभिन्न समूहों पर कैसे काम करता है?

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