कोरबा। वन मंडल कोरबा के कई क्षेत्रों में किंग कोबरा देखे जाने की घटना सामने आ चुकी है पहले सबसे अधिक फसरखेत रेंज में देखा गया था। अब बालको – रेंज के पोड़ीखोवा गांव में भी 10 – फीट का किंग कोबरा एक किसान के घर के अंदर धान के बोरियों में कुंडली मार कर बैठा हुआ था।
बताया जा रहा है कि धनाऊ सिह नामक किसान के घर पर कमरे में धान की बोरियां रखी हुई है जहां वह कमरे के अंदर धान की बोरियों को निकालने के लिए गया हुआ था इस दौरान किंग कोबरा कुंडली मार बैठा हुआ था जहां अचानक से उसे पर नजर पड़ी और किंग कोबरा फूंकार करने लगा सांप को देखकर किसान के पसीने छूट गए और चिल्लाते हुए कैमरे के अंदर से बाहर निकाल इस घटना के बाद चिल्लाने की आवाज सुनकर घर के अन्य परिजन मौके पर पहुंचे जहां लाइट जलाकर सांप को देखा तो सबके होश उड़ गए सांप निकले की सूचना पर काफी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए और इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दिए जहां वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचे तत्काल किंग कोबरा का रेस्क्यू किया गया। वन विभाग की मदद से रेस्क्यू कर स्नैक कैचर जितेंद्र सारथी ने किंग कोबरा को पकड़ा और उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया।
जितेंद्र ने बताया कि किंग कोबरा धान की बोरी के नीचे बैठा हुआ था। यह तो अच्छा हुआ कि किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। इसके काटने से जान भी जा सकती है। जितेंद्र सारथी ने बताया कि किंग कोबरा किसी को पहले से काटता नहीं है नहीं किसी को छेड़ता है लेकिन अगर गुस्सा आ जाने पर काट लेता है और काफी जहर फेंकता है जिसे जान भी जा सकती है।
इस क्षेत्र में पहले भी बड़ी संख्या में कई दुर्लभ प्रजाति के सांप पाए गए हैं। किंग कोबरा जिले में काफी मात्रा में देखा गया है और पाया गया है इसके संरक्षण को लेकर वन विभाग के द्वारा तमाम प्रयास किया जा रहे हैं वही इस पर वन विभाग की एक विशेष टीम सर्वे भी कर रही है।
वन विभाग किंग कोबरा के संरक्षण को लेकर जिस क्षेत्र में अधिक मात्रा में किंग कोबरा पाया गया है वहां मुनादी कराकर वही कार्यक्रम के माध्यम से उसके संरक्षण की दिशा में कार्य करते हुए जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
ग्रामीण क्षेत्र में इस सांप को देवता का दर्जा दिया जाता है जहां इसकी पूजा भी की जाती है गांव का रक्षक माना जाता है किंग कोबरा को इसलिए कोई भी इस सांप को मारता नहीं है नहीं छेड़छाड़ करता है।