रायगढ़। भष्टाचार और उल जुलूल क्रियाकलापों को लेकर घरघोड़ा नगर पंचायत सुर्खियों में प्रथम स्थान में रहता है। जिसमे अजब गजब के कारनामे गाहे बगाहे सामने आते रहते है, जिसका ही प्रमाण है कि बीते माह सीएमओ, इंजीनियर, बाबू समेत 5 को निलंबित एक साथ शासन ने किया है, इस बीच अब सूचना के अधिकार के दस्तावेजो से एक ओर कारनामा की पोल आवक जावक पंजी ने ख़ोला है। इसे लेकर सीएम से शिकायत की तैयारी भाजपा नेता कर रहे है।
काकाजी न्यूज के Whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लीक करें 👉️KakajeeNews.com👈️
शासकीय कार्यालयों में आवक-जावक पंजी का उपयोग सिर्फ प्राप्त पत्रों ओर कार्यलय से प्रेषित पत्रों को अंकित किया जाता है। भ्रष्टाचार की नई कहानी को नगर पंचायत घरघोड़ा ने इसी आवक जवाक पंजी के आधार पर कर दिया है।अब सवाल उठता है कि इसमे कोई क्या कर सकता है किंतु जब नगर पंचायत घरघोड़ा की आवक व जावक पंजी को सूचना के अधिकार के तहत एक जनवरी 2024 से 20 मार्च 2024 तक कि प्राप्त पंजी के अवलोकन से एक बड़ा भ्रष्टाचार का भांडा फूटा है। कार्यलय के आवक पंजी में क्रमांक 909 से सीधे 1000 नम्बर अंकित किया गया है और 91 अंक छोड़ दिये गये है।वहीं, जावक पंजी में 1116 क्रमांक के बाद सीधे 1691 क्रमांक अंकित है 575 क्रमांक छोड़ दिये गये जो अपने आप मे गंभीर सवाल उतपन्न कर रहा है। जिसमें आखिर इन के बीच के जारी पत्र किसे प्रेषित किया गया है, इन्हें छुपाने का क्या उद्देश्य है जो जांच का विषय है। दूसरी ओर जब दस्तावेज की प्रमाणिकता जांच की गई तो आवक व जावक पंजी में अंकित लेख अलग अलग लोगो ने इसमे लिखा है । जबकि आवक जावक भी हर शासकीय कार्यलय में एक शाखा होती है और उसके लिये एक कर्मचारी को जिम्मेदारी भी दी जाती है फिर इन 3 माह की निकाली गई आवक जावक पंजी में कई कर्मचारियों या बाहरी व्यक्तियों से लिखाये जाने का आरोप लग रहा है। फिलहाल इस पूरे घटनाकारित का अगर सूक्ष्मता से जांच हो सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार से 5 अधिकारी निलंबित हुए है उससे बड़ा कांड सामने आ सकता है।
छुट्टी के दिन भी चलता रहा कार्यलय
शासन द्वारा सभी शासकीय कार्यलय को 7 दिवस में 2 दिन शनिवार व रविवार को अवकाश होता है यदा कदा कर्मचारीगण छुट्टी के दिन पेंडिंग कार्य करते दिख जाते है परंतु घरघोड़ा नगर पंचायत के जावक पंजी में बकायदा छुट्टी के दिन भी पत्र प्रेषित किये गये है जिसका प्रमाण पंजी के अवलोकन से होता है, दिनांक 17-02-24 शनिवार व 28-01-24 रविवार होने के बाद भी उस तिथि में तत्कालीन सीएमओ व कर्मचारी के एरियर्स भुगतान के साथ साथ अनुबंध पत्र व अनुज्ञ राजस्व वसूली का उल्लेख किया गया है जो गम्भीर जांच का मामला बनता है ।
जावक क्रमांक कोरा छोड़कर शीश से दुकान अवांटन उल्लेख
जावक पंजी के क्रमांक 1946,1947,1948 को कोरा छोड़ दिया गया है व 1949 नम्बर में सिर्फ सयुक्त लिख कर छोड़ दिया गया जबकि शासन के स्पष्ट नियम है कि कोरे जगह नही छोड़े जायेंगे ऐसे में कभी भी कोई फर्जी पत्र तैयार कर इन अंकों का दुरुपयोग किया जा सकता है।
जावक पंजी क्रमांक 846,847,848 में दुकान आवंटन आवंटन बावत अंकित है । सबसे बड़ी बात है कि इसे शीश से लिखा गया है। जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारी वर्ग मेंपंचायत के गलियारों में यह चर्चा बन गई है इसे कोई बाहरी व्यक्ति ने लिखा है। भाजपा कांग्रेस दोनो दलों के नेताओ ने फर्जी रूप से दुकान का आवंटन करने की तैयारी का अंदेशा जताया रहे है। और जांच की मांग किए है।
वर्जन
सूचना के अधिकार जैसे सशक्त कानून से ही घरघोड़ा नगर पंचायत में चल रहे मनमानी यो की पोल खुल रही है ओर उसका परिणाम भी देखने को मिल रहा है ।आवज जावक पंजी में जिस तरह छेड़ छाड़ की गई है बड़ा गम्भीर विषय है और इसकी जांच भी बारीकी से हो सही दोषी को सजा मिल सके ना छोटे कर्मचारी पर गाज गिरे। इस पूरे प्रकरण को मेरे द्वारा सीएम तथा अन्य आलाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
विजय शिशु सिन्हा
पूर्व अध्यक्ष पार्षद घरघोड़ा (भाजपा)