जान जोखिम में डाल बच्चों को बर्तन से उफ़नते नाले को कर रहे आदिवासी ग्रामीण पार

by Kakajee News

सुकमा। सुकमा जिले में लगातार हो रही बारिश के बीच जनजीवन सीधे तौर पर प्रभावित होता नजर आ रहा है ,जहां लोग अपने घरों तक सीमित हो रहे हैं । अंदरूनी इलाकों में रोजमर्रा की जरूरत के लिए लोग अपने छोटे-छोटे बच्चों को उफनते नाले में बर्तन के जरिए पार करते नजर आ रहे हैं इसी तरह की एक विचलित कर देने वाली वीडियो सोशल मीडिया के जरिए सामने आई है । जहां केरलापाल क्षेत्र के पोंगाभेज्जि में उफनते नाले से बर्तन में बच्चों को रखकर तेज बहाव में नल को पार करने का एक वीडियो सामने आया है नल का बहाव इतना ज्यादा है कि थोड़ी सी भी चूक हुई तो अनहोनी हो सकती है बावजूद रोजमर्रा की जरूरत के लिए इलाके के आदिवासी ऐसी मुसीबत का सामना कर रहे हैं ।
हालांकि जिला प्रशासन ने जिले भर में अलर्ट जारी किया है और लोगों से यह अपील की जा रही है कि किसी भी स्थिति में नदी नाले ना पर करें यह बेहद खतरनाक हो सकता है जिन इलाकों में सुरक्षा मुहैया कराई जा सकती है ,वहां जवानों की तैनाती की गई है लेकिन नक्सल प्रभावित अंदरूनी इलाकों में 24 घंटे जवानों की तैनाती संभव नहीं है । उन इलाकों में जानकारी के बिना ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नदी नाले पर कर रहे हैं ।

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गौरतलब है कि पोंगाभेज्जी इलाके में यह समस्या अब आम हो चली है क्योंकि आजादी के बाद से आज तक इस नाले में पुल नहीं बन पाया । क्योंकि इलाका नक्सल प्रभावित है और इस वजह से यहां कोई भी ठेकेदार काम करने से कतराता है यही वजह है कि आज भी इन ग्रामीणों को अपने बच्चों के साथ जान जोखिम में डालना पड़ रहा है । आलम यह है कि जब किसी गर्भवती महिला या डेंगू ,मलेरिया और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज को अस्पताल जाने के लिए उस पार करना होता है , तभी ऐसी स्थिति से गुजरना पड़ता है या फिर मरीज की जान चली जाती है । हालांकि सुकमा का 70% इलाका ग्रामीण है जहां नक्सलियों का प्रभाव है लेकिन जिन-जिन इलाकों तक सुरक्षा बलों की पहुंच हो रही है ,कैंपों की स्थापना हो रही है उन इलाकों में अब सड़क और पुल पुलियों का निर्माण किया जा रहा है ।

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