दुर्ग। दुर्ग के ग्राम निकुम में दिल झकझोर देने वाली पशु क्रूरता का मामला सामने आया है। घटना शनिवार की हैं, दुर्ग के अंडा थाना क्षेत्र में निकुम के भाटापारा हाई स्कूल के सामने एक व्यक्ति ने बेजुबान कुत्ते को डंडे से पीटकर जान से मारा और हद तब हो गई जब उसने उसे पेड़ में फांसी के फंदे के सहारे लटका दिया। रविवार सुबह किसी ने इसे फंदे से उतार कर थोड़ा आगे स्वामी विवेकानंद विद्यापीठ के सामने सड़क किनारे फेंक दिया। जिसे बाद में दफन किया गया। रविवार को मौके पर पशु प्रेमी पहुंचे।
काकाजी न्यूज के Whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लीक करें 👉️KakajeeNews.com👈️
जिन्हें ग्रामीणों ने बताया की भुवनेश्वर निर्मलकर नाम के व्यक्ति ने ये कृत्य किया है। भुवनेश्वर निर्मलकर (36) से पूछने पर उसने ये कबूल किया और कहा- कि “कुत्ता पागल था”, उसके अनुसार मृत कुत्ते ने उसके घर के एक बच्चे, एक डॉग और कुछ गाय को काट लिया था। भुवनेश्वर के अनुसार, डॉग और लोगों को कांटने उतारू था, इस वजह से उसने ये गलत कदम उठाया। भुवनेश्वर ने फिर डॉग को पेड़ से फंदे के सहारे लटका दिया। भुवनेश्वर ने अपने कृत्य पर माफी मांगी और दुबारा ऐसा नहीं करने की बात कही लिखित माफी नाम भी सौंपा। उसने ये भी कहा कि, कानून और निवारण के लिए किस्से संपर्क किया जाए? इसकी जानकारी नहीं होने की वजह से मुझसे ये गलती हुई। पशु प्रेमी द्वारा पुलिस को घटना की जानकारी दी गई हैं और पुलिस मौके पर पहुंची थी।
राह चलते युवक ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। आरोपी भुवनेश्वर निर्मलकर (36) इसी गांव का ही रहने वाला है और भाटापारा हाई स्कूल के पास चाय-नाश्ते का होटल चलाता है। वीडियो वायरल होने पर पशु प्रेमी भुवनेश्वर के पास पहुंच गए। उन्होंने उसे धमकी दी कि इसकी शिकायत पुलिस में करेंगे। इस दौरान भुवनेश्वर ने कहा कि कुत्ता पागल हो गया था। कुत्ते ने उसके बच्चों के साथ-साथ कई मवेशियों को भी काटा है। राह चलते किसी को भी काटने के लिए दौड़ता था। इससे क्षेत्र के सभी लोग परेशान थे। भुवनेश्वर ने बताया कि, 6 जुलाई को उसने कुत्ते को डंडे से मारा, वह वहीं ढेर हो गया। उसकी सांसें चल रही थी तो उसने मेन रोड के किनारे लगे पेड़ में रस्सी से बांधकर फांसी पर लटका दिया।
जिस युवक ने कुत्ते को बेरहमी से मारा उसने अपने आप को भी पशु प्रेमी बताया है। उसने पशु प्रेमियों को दिखाया कि उसने अपने घर में स्ट्रीट डॉग को पालकर रखा है। पर जब मृतक कुत्ता पागल हो गया और सभी को काटने लगा तो उसने ऐसा किया। उसने कहा कि उसे ये नहीं पता कि जिला प्रशासन को इसकी सूचना देनी थी। उसने माफी मांगते हुए कहा आगे से ऐसा कभी नहीं करेगा। अब सवाल उठता है कि, ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता कब आएगी और प्रशासन अपना काम कब सही ढंग से करेगा। क्योकि कानून की जानकारी नहीं होने की वजह से लोग ऐसा कृत्य कर जाते है जो सारा सर गलत है। जिस प्रकार कुत्ता अगर पागल हो गया तो उसे किनसे संपर्क कर शेल्टर में भेजना है इसकी भी व्यवस्था प्रशासन को सुचारु रूप से करनी चाहिए।