सरकारी कार्यालयों के उपर 90 करोड़ से भी अधिक का बिजली बिल बकाया, विभाग ने जारी किया नोटिस, कलेक्टर ने भी विभागों को जारी किया निर्देश

by Kakajee News

रायगढ़। छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल द्वारा लगातार सरकारी कार्यालयों द्वारा बिजली बिल जमा करने में हो रही कोताही को लेकर अब कड़े तेवर अपना लिये हैं चूंकि इस विभाग का रायगढ़ जिले के लगभग 70 कार्यालयों के उपर 90 करोड़ 56 लाख से भी अधिक का बिजली बिल बकाया होनें के कारण अब सभी कार्यालयों के प्रभारियों को नोटिस जारी करके जल्द से जल्द बकाया राशि जमा करने को कहा जा रहा है। अब तक विद्युत विभाग का यह बकाया डेढ साल का है और खपत के बाद जारी बिजली बिल की राशि विभागीय कार्यालयों द्वारा जमा नही करने के कारण जिला कलेक्टर ने भी संबंधित विभाग के अधिकारियों को राशि जमा करने के लिये अलग से निर्देश जारी किये हैं।

काकाजी न्यूज के Whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लीक करें 👉️KakajeeNews.com👈️


यहा यह बताना लाजमी होगा कि 90 करोड़ से भी अधिक का बिजली बिल की लिस्ट में नगर निगम, जिला पंचायत, जल संसाधन विभाग, जनपद पंचायत विभाग, वन विभाग, नगरीय निकाय के सभी संबंधित विभाग, महिला बाल विकास, चिकित्सा विभाग, गृह विभाग सहित अन्य कई विभाग शामिल है और इन विभागों पर बकाया राशि बढ़ जाने से विद्युत विभाग भी अब बकाया जल्द से जल्द जमा करने को लेकर कड़े तेवर अपना रहा है।
छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल के कार्यपालन अभियंता रामकुमार राव ने इस संबंध में बताया कि बकाया राशि के मामले में जिला कलेक्टर को भी जानकारी दे दी गई है और उनका कहना था कि इस संबंध में कलेक्टर द्वारा भी संबंधित विभाग को कुछ राशि जमा करने के लिये भी कहा है।

रामकुमार राव ने चर्चा के दौरान बताया कि बकायदारों में नगर निगम के सभी विभागों पर बडा बकाया है जिसमें लगभग 60 करोड़ से भी अधिक बकाया है और निगम को इस संबंध में पहले भी नोटिस जारी किया था और बकाया जमा करने के लिये निगम लगातार समय मांग रहा है। इसके अलावा अन्य कई विभाग हैं जिनके प्रमुखों को नोटिस के जरिये जल्द से जल्द बकाया विद्युत बिल जमा करने को कहा गया है।

चूंकि डेढ साल से बकाया नही मिलने के कारण यह राशि लगभग एक अरब तक पहुंच रही है और सरकारी विभाग के उपर बकाया होनें के पीछे एक बडा कारण यह भी है कि अलग-अलग आबंटन मिलने से देरी होती है और यही कारण है कि इन विभागों के उपर बिजली बिल की मोटी रकम बकाया होनें के बाद भी कनेक्शन काटने की कार्रवाई करने से परहेज किया जाता है। बहरहाल देखना यह है कि 90 करोड से भी अधिक का बकाया वसूलने के लिये विभाग के अधिकारी आगे क्या कदम उठाते हैं चूंकि मामला सरकारी कार्यालयों से जुडा है, इसलिये जिला कलेक्टर ने भी इस पर गंभीरता दिखाई है।

Related Posts