दिल्ली। 18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचन आयोग (ईसी) ने अपने चुनाव कार्यक्रम का एलान कर दिया है। चुनाव आयोग के अधिकारी ने आज पत्रकार वार्ता के दौरान तारीखों का एलान करते हुए बताया कि देश में सात चरण में लोकसभा चुनाव होगा जिसमें पहला चरण का मतदान 19 अपै्रल, 26 अपै्रल को दूसरा चरण, तीसरा चरण 7 मई, चैथा चरण 13 मई को, पांच चरण 20 मई, छठवा चरण 25 मई को, तथा अंतिम चरण 01 जून तय की गई है। 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित किये जायेंगे।
तारीखों का एलान होते ही देशभर में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई। 543 सीटों के लिए सात या आठ चरणों में मतदान कराया जाएगा। आयोग कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की भी घोषणा करने वाला है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि पूरे देश में 96 करोड़ 88 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जिसमें 1.82 करोड़ नये मतदाता पहली बार अपने मतदाधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि 55 लाख ईवीएम के माध्यम से यह चुनाव संपन्न कराया जाएगा जिसमें 1.5 करोड़ चुनाव अधिकारी व सुरक्षा कर्मी ड्यूटी पर लगाये जा रहे हैं। पत्रकारों को जानकारी देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने यह भी बताया कि देश में 10.5 लाख पोलिंग बूथ बनाये गए हैं और इसकी तैयारी के लिये भारत के 8 सौ डीएम व एसपी से बात की है। 18 से 29 साल के 21. 9 करोड़ वोटर हैं और वहीं 82 लाख मतदाता 85 साल के है उपर उम्र के हैं जो इस लोकसभा में अपना मताधिकार प्रयोग करेंगे। 49.72 करोड पुरूष मतदाता तथा महिलाओं की संख्या 47.15 करोड़ है। जिसमें 18 से 19 साल की कुल संख्या 1.84 करोड है उसमें महिला मतदाताओं की संख्या 85 लाख शामिल है। इस बार के लोकसभा चुनाव में 85 साल के मतदाता अपने घर से ही मतदान कर सकेंगे। इसकी व्यवस्था की जा रही है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान बताया कि चुनाव आयोग के सामने चार बड़ी चुनौती है जिसमें बाहुबल, धनबल, गलत सूचना व एमसीसी का उल्लघन, जिसको लेकर अधिकारियों को सचेत किया गया है। इस चार राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होंगे। जिसमें ओडिसा, सिक्किम, अरूणाचल के अलावा आंध्र प्रदेश शामिल है।