रायगढ़। रायगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 8 किलोमीटर दूर स्थित बंगुरसिया गांव के अस्पताल में शुक्रवार की रात जंगल से भटककर एक हाथी अस्पताल पहुंच जाने से अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई। मामले की जानकारी लगते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद हाथी को वापस जंगल की ओर खदेडा गया। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
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इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से रायगढ़ वन मंडल के बंगुरसिया क्षेत्र के जंगलों में 15 से अधिक हाथी विचरण कर रहे हैं। पिछले दिनों जहां जुनवानी गांव में एक दंतैल हाथी ने फसलों को नुकसान करने के साथ-साथ कुछ मकानों को ढहाते हुए धान और चावल को चट करने का मामला सामने आया था वहीं आज शुक्रवार की रात बंगुरसिया गांव में उस समय अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई जब रात 8 बजे के करीब जंगलों से निकलकर एक हाथी बंगुरसिया गांव के अस्पताल जा पहुंचा।
अस्पताल परिसर में हाथी आने जानकारी मिलते ही मौके पर गांव के लोगों की भारी भीड़ मौके पर जुट गई। साथ ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच लोगों को हाथी से दूरी बनाये रखने अपील की गई और घंटो मशक्कत के बाद हाथी को वापस जंगलों की ओर खदेडा जा सका। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में हाथी के पहुंचने वहां मौजूद लोगों में दहशत का माहौल निर्मित हो गया था, हाथी के वापस जंगल में जाने के बाद ही उन्होंने राहत की सांस ली।
तीन हाथी पहुंचे थे गांव
इस मामले में बंगुरसिया गांव के ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार की रात दल से भटककर 3 हाथी गांव पहुंचे थे जिसमें से दो हाथी धान मंडी के पास और एक हाथी बंगुरसिया अस्पताल परिसर में पहुंच गया था। वन विभाग की टीम के द्वारा अस्पताल के पास विचरण कर रहे हाथी को जंगल की ओर खदेडा जा चुका है।
दो घंटे तक तक रहा अस्पताल परिसर में
वन विभाग के अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक एक हाथी आज रात बंगुरसिया के सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र पहुंचा था। जिसे 2 घंटे की मशक्कत के बाद वापस जंगल में खदेडा जा चुका है। अभी वर्तमान में पडिगांव बीट में 14 हाथी विचरण कर रहे हैं, संभवत यह हाथी उसी दल से भटककर यहां तक पहुंच गया होगा।
हाथी के मूवमेंट पर रखी जा रही नजर
वन विभाग के अधिकारी ने यह भी बताया कि हाथी स्थिर नही है, लगातार मूवमेंट है, पिछले दिनों जुनवानी गांव में जो नर हाथी आया था यह उससे बिल्कुल अलग प्रतीत हो रहा है। बंगुरसिया अस्पताल परिसर में जो हाथी पहुंचा है उसका व्यवहार बिल्कुल अलग है। विभाग के द्वारा हाथी के हर मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है और हाथी प्रभावित गांव के लोगों को अलर्ट किया जा रहा है।