आज के डिजिटल युग में जहां तकनीक ने हमारी जिंदगी को आसान बनाया है, वहीं इसके साथ जुड़े खतरों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ऑनलाइन फ्रॉड के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश के खजुराहो से एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने सभी को चौका दिया। स्कैमर्स ने दुकानों के क्यूआर कोड बदलकर पेमेंट्स को अपने अकाउंट में डायवर्ट कर लिया। आइए जानते हैं इस नए तरीके के ऑनलाइन फ्रॉड के बारे में विस्तार से और इससे बचने के उपाय।
कैसे हुआ स्कैम?
मध्य प्रदेश के खजुराहो में स्कैमर्स ने रात के अंधेरे का फायदा उठाकर दुकानों और अन्य जगहों पर लगे क्यूआर कोड्स को अपने फर्जी क्यूआर कोड से बदल दिया। दुकानदारों को इस घोटाले का तब पता चला जब ग्राहकों द्वारा किए गए पेमेंट उनके बैंक अकाउंट में नहीं पहुंचे। जांच में सामने आया कि स्कैमर्स ने असली क्यूआर कोड हटाकर उनकी जगह अपना क्यूआर कोड लगा दिया था, जिससे सभी पेमेंट उनके अकाउंट में जा रहे थे।
पुलिस जांच और सच्चाई
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने मामले की जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें पूरी घटना कैद थी। फुटेज में दिखा कि स्कैमर्स ने रात में दुकानों और पेट्रोल पंप जैसे स्थानों पर क्यूआर कोड बदले। पुलिस ने पुष्टि की कि यह फ्रॉड बड़े पैमाने पर किया गया था।
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स्कैम से बचने के उपाय
इस तरह के ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। यहां हम कुछ उपाय बताने जा रहे हैं दिए गए हैं जो आपको ऐसे फ्रॉड से बचा सकते हैं:
सुबह अपनी दुकान खोलते ही अपने क्यूआर कोड को चेक करें। उसे स्कैन करके देखें कि उसमें आपका नाम और अकाउंट डिटेल्स सही दिख रही हैं या नहीं। अगर कुछ भी गड़बड़ लगे तो तुरंत एक्शन लें।
अपनी दुकान या स्टोर का QR कोड दुकान के अंदर लगाएं। कोड को दीवार या ऐसी जगह चिपकाने से बचें जो दुकान से बाहर खुले रास्ते में हो।
जब भी कोई ग्राहक क्यूआर कोड के जरिए पेमेंट करे, तो उनसे पूछें कि स्कैन करने पर किसका नाम दिखाई दे रहा है। यह सुनिश्चित करें कि पेमेंट सही अकाउंट में जा रहा है।
ग्राहक द्वारा पेमेंट किए जाने पर आपका बैंक नोटिफिकेशन जरूर चेक करें। अगर नोटिफिकेशन नहीं आता है, तो ग्राहक से ट्रांजैक्शन आईडी लेकर कंफर्म करें।
अगर आपको अपने क्यूआर कोड में किसी भी तरह की गड़बड़ी मिले, तो तुरंत पुलिस या संबंधित विभाग को सूचित करें। फर्जी कोड को तुरंत हटा दें।