रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला मुख्यालय स्थित स्टेडियम में आज से सेना में अग्निवीर भर्ती रैली शुरू हो गई है। 04 से लेकर 12 दिसंबर तक चलने वाली इस भर्ती रैली में छत्तीसगढ़ के 33 जिलों से लगभग साढ़े 8 हजार अभ्यर्थी भाग ले रहे हैं लेकिन यहां आने वाले बेरोजगार युवाओं के लिये प्रशासन द्वारा लाने ले जाने के साथ-साथ खाने पीने की व्यवस्था का दावा किया था और इस व्यवस्था की पोल पहले ही दिन खुल गई जब स्टेशन से स्टेडियम लाने के लिये नगर निगम की कचरा गाड़ी से युवाओं को ठसाठस भरकर लाया गया। इतना ही नही स्टेडियम पहुंचने के बाद युवाओं को न तो खाने की व्यवस्था मिली और न ही कहीं रूकने की।
सोमवार की देर रात रायगढ़ स्टेडियम में आयोजित अग्निवीर भर्ती रैली का शुभारंभ हुआ और पहले ही यहां भारी व्यवस्था देखने को मिला। नगर निगम की ठोस अपशिष्ट पदार्थ याने कचरा उठाने के लिये जिस गाड़ी का उपयोग किया जाता है उस गाड़ी में सेना की भर्ती रैली में अपना भविष्य तलाशने आये युवाओं को इसमें जानवरों की तरह भरकर लाया गया। जबकि जिला कलेक्टर का यह दावा था कि भर्ती रैली में शामिल होनें वाले युवाओं के लिये बकायदा स्टेशन, बस स्टैण्ड से लाने ले जाने के लिये बस तथा अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
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कई बच्चे पैदल पहंुचे स्टेडियम
कलेक्टर ने बातचीत के दौरान यह भी बताया था कि छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों से आने वाले युवाओं के लिये खाने पीने की व्यवस्था करने के लिये सभी जिले के कलेक्टरों को पत्र के जरिये अवगत करा दिया गया था लेकिन कलेक्टर के दावो के ठीक उलट 03 दिसंबर की देर रात ठंड में कुडकुडाते हुए युवा जब स्टेशन में उतरते हैं तो उन्हें कोई व्यवस्था नही मिली कुछ दूर तक पैदल चले और बाद में उन्हें नगर निगम की कचरा गाड़ी में लादकर स्टेडियम पहुंचाया गया।
भुखे प्यासे पहुंचे स्टेडियम
अग्निवीर भर्ती रैली में शामिल होनें रायगढ़ पहुंचे युवाओं ने बताया कि वो काफी संख्या में युवा स्टेशन में रूके थे। जहां से उन्हें चलो बस में चलते हैं कहकर स्टेशन से बाहर निकालकर छोड़ दिया गया। जिसके बाद काफी दूर तक वे पैदल पहुंचे और फिर नाले के पास उन्हें रोककर खान देने की बात कही गई लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी उन्हें खाना नसीब नही हो सका। युवाओं का कहना था कि व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए थी।
देर रात कचरे की गाड़ी कैसे मिली युवाओं को
कलेक्टर ने जब पहले कहा था कि प्रत्येक जिले के कलेक्टरों को पत्र लिखकर पर्याप्त व्यवस्था लाने ले जाने के साथ-साथ खाने पीने की करनी है और रायगढ़ स्टेडियम में आने के लिये बस स्टैण्ड व रेलवे स्टेशन में भी गाडियां लगाई जाएगी फिर निगम की कचरा गाड़ी देर रात कैसे युवाओं को मिल गई। बाद में नगर निगम के आयुक्त ने जो सफाई भी वह भी चैकाने वाली है।
सोशल मीडिया में वायरल हुआ वीडियो
रायगढ़ स्टेडियम में जब कचरा गाड़ी से उतरते हुए युवाओं का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ तब इस बात को लेकर निगम आयुक्त बृजेश सिंह क्षत्रीय से हमने बात की तो उन्होंने बड़ी सफाई से जो जवाब दिया उसमें यह था कि निगम की गाड़ी पर जान बूझकर युवा चढ़ गए, जबकि यह गाड़ी रात भर निगम के काम से लगी रहती है।
रातभर चल रही हमारी गाड़ियां
जिला प्रशासन की तरफ से बच्चों के लिये पर्याप्त व्यवस्था की गई है। जिसमें सारंगढ़ बस स्टैण्ड, केवड़ाबाड़ी बस स्टैण्ड के अलावा रेलवे स्टेशन में बसें जो फेरी की तरह लगातार चल रही है। जहां से बच्चो को लाने ले जाने काम किया जा रहा है। यह फेरी पूरे दिन भर चल रही है। कल निगम की एक गाड़ी थी जिसमें कुछ बच्चे चढ़ गए थे। हमारे द्वारा किसी बच्चो को लाया नही गया है। हमारी गाड़ियां रातभर चल रही है, इसमें कुछ बच्चे ऐसे आ रहे हैं जो कचरा गाड़ी में चढ़कर आ गए थे। जिला प्रशासन और कलेक्टर के मार्गदर्शन में अलग-अलग जगहों में व्यवस्था की गई है।
जन सहयोग व जिला प्रशासन ने की खाने की व्यवस्था
निगम आयुक्त ने बताया कि बच्चों के लिये हेल्फ डेस्क भी बनाया गया है, और हमारी गाडियों की मदद से उन्हें व्यवस्थित भी कर रहे हैं। जन सहयोग और जिला प्रशासन की मदद से हम उनके लिये शाम के समय खाने का भी व्यवस्था कर रहे हैं। पूरे जवाब में निगम आयुक्त ने यह नही बताया कि जो व्यवस्था में लगी थी वह गाड़ियां कौन सी थी और आखिर रात भर बच्चे पैदल के साथ-साथ कचरा गाड़ी में कैसे पहुंचे।